Ankhiyon Ke Jharokhon Se
- Ðèëpâk Kùmär
- Apr 12, 2023
- 2 min read
Updated: Apr 14, 2023
अखियों के झरोखों से मैने देखा जो सांवरे अखियों के झरोखों से मैने देखा जो सांवरे तुम दूर नज़र आए बड़ी दूर नज़र आए बंद करके झरोखों को ज़रा बैठी जो सोचने बंद करके झरोखों को ज़रा बैठी जो सोचने मन में तुम्हीं मुस्काए मन में तुम्हीं मुस्काए अखियों के झरोखों से
इक मन था मेरे पास वो अब खोने लगा है पाकर तुझे हाय मुझे कुछ होने लगा है इक मन था मेरे पास वो अब खोने लगा है पाकर तुझे हाय मुझे कुछ होने लगा है इक तेरे भरोसे पे सब बैठी हूँ भूल के इक तेरे भरोसे पे सब बैठी हूँ भूल के यूँही उम्र गुज़र जाए तेरे साथ गुज़र जाए अखियों के झरोखों से
जीती हूँ तुम्हें देख के मरती हूँ तुम्हीं पे तुम हो जहाँ साजन मेरी दुनिया है वहीं पे जीती हूँ तुम्हें देख के मरती हूँ तुम्हीं पे तुम हो जहाँ साजन मेरी दुनिया है वहीं पे दिन रात दुआ माँगे मेरा मन तेरे वास्ते दिन रात दुआ माँगे मेरा मन तेरे वास्ते कहीं अपनी उम्मीदों का कोई फूल न मुरझाए अखियों के झरोखों से
मैं जब से तेरे प्यार के रंगों में रंगी हूँ जगते हुए सोई रही नींदों में जगी हूँ अम्म अम्म मैं जब से तेरे प्यार के रंगों में रंगी हूँ जगते हुए सोई रही नींदों में जगी हूँ मेरे प्यार भरे सपने कहीं कोई न छीन ले मेरे प्यार भरे सपने कहीं कोई न छीन ले मन सोच के घबराए यही सोच के घबराए अखियों के झरोखों से मैने देखा जो सांवरे तुम दूर नज़र आए बड़ी दूर नज़र आए बंद करके झरोखों को ज़रा बैठी जो सोचने मन में तुम्हीं मुस्काए मन में तुम्हीं मुस्काए
अहं हं हं हं हं हं
अहं हं हं हं
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